कण्वाश्रम को उसकी ख्याति के अनुरुप मिले पहचान – जिलाधिकारी
जिले में पर्यटन विकास सम्बंधी दस महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर हुई चर्चा
पौड़ी। जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ0 आशीष चौहान की अध्यक्षता में आयोजित जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक जिला कार्यालय स्थित एनआईसी कक्ष में संपन्न हुई। बैठक में समिति द्वारा प्रस्तुत किये गये पर्यटन विकास सम्बंधी दस महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा के उपरान्त जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये।
गुरुवार को आयोजित पर्यटन विकास समिति की जिला स्तरीय बैठक में जिलाधिकरी ने कहा कि इस वर्ष गंगा पथ यात्रा कों फिश एंगलिंग फेस्टिवल के साथ जोड़ा गया है। कण्वाश्रम को उसकी ख्याति के अनुरुप पहचान दिलाने के लिए जिलाधिकारी ने पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिये कि राजा भरत की जन्मस्थली कण्वाश्रम को लेकर बुद्धिजीवियों, इतिहासकारों व शास्त्रियों की उपस्थिति में गंगा पथ यात्रा की तर्ज पर कोटद्वार में एक सेमिनार का आयोजन करवाना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने जिला पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिये कि अगली बैठक के आयोजन से पूर्व जिला मुख्यालय के निकट निर्माणाधीन जॉय हयुकिल हाउस व सतपुली में हट्स एवं फिशरी सेन्टर के निर्माण कार्यो को शतप्रतिशत पूरा करें। इसके अलावा बैठक में श्रीनगर में प्रस्तावित वाटर फेस्टिवल की रुपरेखा तैयार करने, विकासखण्ड कोट के अन्तर्गत ग्राम घीडी में बने विश्राम गृह व खिर्सू के बासा होम स्टे के टेण्डरिंग प्रक्रिया को शुरु कराने को लेकर चर्चा हुई।
बैठक में डीएफओ पौड़ी स्वप्निल अनिरुद्ध, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक राजचन्द्र सेठ, परियोजना निदेशक डीआरडीए विवेक कुमार उपाध्याय, जिला विकास एवं पर्यटन अधिकारी कुशाल सिंह नेगी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।