मंडेला अंतराष्ट्रीय सम्मान से सम्माननित हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. एस पी सुमनाक्षर
मंडेला अंतराष्ट्रीय सम्मान से सम्माननित हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. एस पी सुमनाक्षर
कोटद्वार। भारतीय दलित साहित्य अकादमी गढ़वाल मंडल एवम जनपद कोटद्वार के सयुंक्त तत्वाधान में नजीबाबाद रोड स्थित एक वेडिंग पॉइंट में एक सम्मेलन का आयोजन किया गया, कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ आंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया । इस अवसर पर भारतीय दलित साहित्य अकादमी के संस्थापक अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एस पी सुमनाक्षर को ’नेल्सन मंडेला अंतरराष्ट्रीय सम्मान – 2024’ से सम्माननित किया गया। सम्मान स्वरूप पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह व सम्मान पत्र भेंट किये गये। सभा की अध्यक्षता भारतीय दलित साहित्य अकादमी के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष प्रो. जयपाल सिंह ने व संचालन डॉ. सुरेन्द्र लाल आर्य व जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार चौधरी ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लैन्सडाउन विधायक दलीप सिंह रावत थे।
इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान हेतु जगत राम अमोला, प्रवेश चंद्र नवानी, डॉ. जसवंत लाल जोशीमठ , सचिदानंद भारती, कृपा राम शर्मा, संजय कुमार ’फौजी भाई, प्रमोद कुमार चौधरी, डॉ मनोरमा ढौंडियाल तथा गीता सिंह को महर्षि दयानंद सरस्वती, डॉ आंबेडकर, डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम, स्वामी श्रद्धानन्द, भगवान बुद्ध, महात्मा ज्योतिबा फूले ,मुंशी हरि प्रसाद टम्टा, कर्मवीर जयानन्द भारतीय व वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के नामों से राष्ट्रीय सम्मान, अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एस पी सुमनाक्षर, मुख्य अतिथि महंत दलीप सिंह रावत विधायक लैंसडाउन, अतिविशिष्ट अतिथि डॉ. मनोज कुमार महानिदेशक राष्ट्रीय सहकारिता अनुसंधान एवम विकाश अकादमी भारत, विशिष्ट अतिथि जय सुमनाक्षर के हाथों प्रदान किये गए। अकादमी के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. जयपाल सिंह द्वारा डॉ नन्द लाल भारती, डॉ सुरेन्द्र लाल आर्य, डॉ जितेंद्र सिंह बुटोइया, डॉ चंद्रशेखर,डॉ सी एल भारती, डॉ जसवंत लाल, डॉ प्रवीण नायडू, डॉ विजय सिंह,प्रमोद कुमार चौधरी, आशा लाल,शान्ति लाल रघुवान,हरीश चंद्र निमेष,करम राम व डॉ. संजय कुमार को ’डॉ अम्बेडकर उत्तराखंड गौरव सम्मान – 2024’ से सम्माननित किया गया ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक लैंसडौन महंत दलीप सिंह रावत ने कहा कि डॉ.अम्बेडकर के विचारों पर चलकर ही व्यक्तित्व का विकास तथा अच्छे राष्ट्र का निर्माण होगा । अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एस पी सुमनाक्षर ने आरक्षण में वर्गीकरण को असंवैधानिक करार दिया उन्होंने कहा कि समता, सम्मान व स्वाभिमान की बहाली अभी शेष है । डॉ. नन्दकिशोर ढौंडियाल ’अरुण’ ने कहा कि समाज मे उत्कृष्ट कार्य करने वालों की अकादमी पहचान करती है एवम उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करती है ।
सभा को जय सुमनाक्षर, दीपक जदली, मोदीमल तेगवाल, लक्ष्मी देवी, आशा टम्टा, सुनीता देवी, मनवर लाल भारती, आशीष, प्रशांत, सुखपाल शाह, डॉ. जसवंत लाल, सजंय कुमार फौजी, परसुराम, डॉ मनोज कुमार, जगत राम अमोली आदि ने भी सम्बोधित किया।