बाघ के जानलेवा हमले में घायल 7 वर्षीय मासूम के परिजनों की मदद के लिए उठे हाथ
कोटद्वार। 21सितंबर की सुबह द्वारीखाल ब्लॉक के ठांगर गांव निवासी मोहन सिंह के 7 वर्षीय बालक कार्तिक पर सुबह लगभग 7 बजे ही घात लगाए बैठे बाघ ने हमला कर बच्चे को गंभीर रूप से घायल कर दिया था , वर्तमान में बच्चे का उपचार एम्स अस्पताल ऋषिकेश में चल रहा है, घायल बच्चे के पिता मोहन सिंह अनुसूचित जाति के गरीब व्यक्ति हैं व मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं, परिवार की अत्यंत कमजोर आर्थिक स्थिति और ऊपर से बच्चे पर हुए बाघ के प्राण घातक हमले की घटना का संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड प्रदेश के मूलनिवासी शिल्पकार समाज के समग्र विकास को समर्पित ’शैलशिल्पी विकास संगठन’ का एक प्रतिनिधि मंडल पीड़ित परिजनों से मिलने उनके गांव ठांगर विकासखण्ड द्वारीखाल पहुंचा, तथा तत्काल संगठन द्वारा पीड़ित परिवार को 17,100 रूपये (सत्रह हजार एक सौ रुपए) की सहायता राशि घायल बच्चे की माता श्रीमती करीना देवी को प्रदान की गई।उक्त धनराशि शैलशिल्पी विकास संगठन की ब्लॉक कमेटी द्वारीखाल की पहल पर एकत्रित की गई थी।
पीड़ित के गांव पहुंचे शैलशिल्पी विकास संगठन के प्रतिनिधि मंडल में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विकास कुमार आर्य, द्वारीखाल ब्लॉक संरक्षक विजेंद्र रिंगोडी, महासचिव एवम् ब्लॉक प्रभारी द्वारीखाल सतीश प्रकाश, ब्लॉक अध्यक्ष धर्मप्रकाश, ब्लॉक सचिव ओमप्रकाश, ब्लॉक उपाध्यक्ष अनिल अमोला, ब्लॉक कोषाध्यक्ष सुनील रिंगोड़ी, राजेंद्र सिंह नेगी,सैनसिंह धापा, संदीप कुमार,आदि मौजूद थे।