छह भारतीय भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा – संस्कृति और पर्यटन मंत्री
नई दिल्ली। संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोकसभा में कहा कि छह भारतीय भाषाओं तमिल, संस्कृत, कन्नड़, तेलुगु, मलयालम और उड़िया को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है। लोकसभा में एक लिखित उत्तर में मंत्री ने कहा कि सरकार शास्त्रीय भाषाओं सहित सभी भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 भी सभी भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। संस्कृति और पर्यटन ने कहा कि केंद्रीय भारतीय भाषा संस्थान चार शास्त्रीय भाषाओं – कन्नड़, तेलुगु, मलयालम और उड़िया सहित सभी भारतीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार के लिए काम करता है। उन्होंने कहा कि शास्त्रीय तमिल का विकास और प्रचार केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान द्वारा किया जाता है। उन्होंने बताया कि सरकार तीन केंद्रीय विश्वविद्यालयों के माध्यम से संस्कृत भाषा को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि शास्त्रीय मलयालम भाषा के संबंध में शास्त्रीय भाषा परियोजनाओं के संबंध में कोई प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है।