तकनीकी संस्थानों को नहीं मिल पा रहे हैं छात्र, घटती छात्र संख्या के चलते पालीटेक्निक कॉलेजों में बंद होंगी कई ब्रांच
सरकारी विद्यालयों के बाद अब सरकारी तकनीकी संस्थानों में भी कम छात्र संख्या का संकट
देहरादून। एक ओर सरकार तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने का दम्भ भर रही है तो दूसरी ओर राज्य में तकनीकी शिक्षा की लचर व्यवस्था के कारण तकनीकी संस्थानों में छात्र संख्या घटती जा रही है। स्थिति यह हो चुकी है कि, कम छात्र संख्या के चलते पालीटेक्निकों में संचालित होने वाले अनेक कोर्स बन्द होने के कगार पर पहुंच गये हैं। कम छात्र संख्या के चलते पौड़ी पालीटेक्निक पहले ही बन्ध हो चुका है। निदेशालय तकनीकी शिक्षा के अनुसार उत्तराखंड के 15 पॉलिटेक्निक कॉलेजों में कम छात्र संख्या के कारण 15 ब्रांच बंद होने जा रही हैं। इनमें से अधिकांश तकनीकी संस्थान कुमाऊं मंडल में हैं। छात्रों से नए पाठ्यक्रम या संस्थान का विकल्प मांगा गया है। तकनीकी शिक्षा निदेशक आर पी गुप्ता ने सम्बन्धित संस्थानों को पत्र भेज कर सूचित किया है।
सरकारी विद्यालयों के बाद अब सरकारी तकनीकी संस्थानों में भी कम छात्र संख्या का संकट गहरा गया है। ऐसे में तकनीकी शिक्षा विभाग ने राज्य के 15 राजकीय पालीटेक्निक कालेजों में चुनिंदा पाठ्यक्रम बंद कर छात्रों को दूसरे संस्थानों या पाठ्यक्रमों में स्थानांतरण का विकल्प देने की तैयारी पूरी कर ली है।
निदेशालय की ओर से प्रधानाचार्यों से इसकी तीन दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी गई है। इन ब्रांचों से पास आउट छात्रों को प्लेसमेंट में आ रही परेशानियों तथा स्टाफ की कमी से छात्रों का इन कालेजों के प्रति रूझान कम हुआ है।
छात्रों को दूसरे ट्रेड का विकल्प लेने का विकल्प दिया जा रहा है
तकनीकी शिक्षा निदेशक आरपी गुप्ता की ओर से 26 सितंबर को राजकीय पालीटेक्निक शक्तिफार्म, सल्ट, ताकुला, गणाई-गंगोली, कनालीछीना, बांस, चंपावत, बांसबगड़, जैती तथा नरेंद्र नगर, थलनदी, आमवाला, हिंडोलाखाल, कांडीखाल के अलावा महिला पालीटेक्निक देहरादून के प्रधानाचार्यों को पत्र भेजा गया है। जिसमें तकनीकी शिक्षा परिषद की बैठक में लिए गए निर्णय का हवाला देते हुए छात्रों को दूसरे ट्रेड का विकल्प देने को कहा गया है।
इन तकनीकी संस्थानों की ब्रांच बंद होगी
राजकीय पालीटेक्निक शक्तिफार्म ऊधम सिंह नगर में केमिकल टेक्नोलाजी रबर एंड प्लास्टिक में प्रवेश क्षमता 30 के सापेक्ष पांच प्रवेश हुए हैं। अब इस पाठ्यक्रम को बंद कर पांच छात्रों को अन्य संस्थानों या पाठ्यक्रमों में स्थानांतरित किया जाएगा।
राजकीय पालीटेक्निक सल्ट अल्मोड़ा में सिविल एंड एनवारमेंट इंजीनियरिंग में 30 प्रवेश क्षमता में एक प्रवेश हुआ है। यहां कंप्यूटर साइंस व इलेक्ट्रानिक इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम भी है। छात्र को कालेज में ही विकल्प दिया जाएगा।
राजकीय पालीटेक्निक ताकुला अल्मोड़ा में इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग में प्रवेश क्षमता 40 के सापेक्ष छह प्रवेश हुए हैं।
राजकीय पालीटेक्निक गणाई गंगोली पिथौरागढ़ में आइटी पाठ्यक्रम में क्षमता 30 के सापेक्ष एक छात्र ने प्रवेश लिया है।
राजकीय पालीटेक्निक कनालीछीना में इलेक्ट्रिकल्स इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में 30 के सापेक्ष चार प्रवेश हुए हैं।
राजकीय पालीटेक्निक बांस, पिथौरागढ़ में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में 60 प्रवेश क्षमता के सापेक्ष पांच प्रवेश हुए हैं।
राजकीय पालीटेक्निक चंपावत में इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन में 30 के सापेक्ष चार प्रवेश हुए हैं।
राजकीय पालीटेक्निक बांसबगड़ में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में 30 के सापेक्ष चार प्रवेश हुए हैं।
राजकीय पालीटेक्निक जैंती अल्मोड़ा में सिविल इंजीनियरिंग में प्रवेश क्षमता 30 के सापेक्ष चार प्रवेश हुए हैं।
इसके अलावा राजकीय महिला पालीटेक्निक सुद्धोवाला में क्लाउड कंप्यूटिंग एंड बिग डाटा, राजकीय पालीटेक्निक नरेंद्र नगर में गेमिंग एंड एनीमेशन,राजकीय पालीटेक्निक हिंडोलाखाल में मैकेनिकल इंजीनियरिंग, राजकीय पालीटेक्निक काण्डीखाल में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, राजकीय पालीटैनिक आमवाला देहरादून में एअरक्राफ्ट मेंटनेंस इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम बंद होगा।