मेरी तीन कविताएं
एक तेरा दीदार
आर जे रमेश, रेडियो मधुबन
एक तेरा दीदार
गमो को भुला देता है
तेरी मुस्कान का जादू
दिल को सुकून देता है
तेरे बिना जीवन
सूना सा लगता है
तेरी हँसी की खनक
दर्द को मिटा देती है
तेरी आँखों की चमक
जैसे सितारे की रात
तेरी बातों की मिठास
जैसे शहद की बात
तेरे साथ बिताए पल
सपनों की कहानी
तेरे बिना ये दुनिया
अधूरी सी कहानी
एक तेरा दीदार
दुनिया को रोशन कर देता
तेरी मौजूदगी का एहसास
हर पल को खास बना देता
हर लम्हा तेरे साथ
जैसे खुशी की बरसात
तेरी यादों में बसा
हर दिल का जज़्बात
एक तेरा दीदार
गमो को भुला देता है
तेरी मुस्कान का जादू
दिल को सुकून देता है
किसने आवाज़ दी
आर जे रमेश, रेडियो मधुबन
किसने आवाज दी
कहाँ है कोई
दिल की धड़कनें
तेज़ हो गईं
ये कैसी आहट
ये कैसी साज़िश
सन्नाटे में गूँजती
ये आवाज़ें
किसने आवाज़ दी
कहाँ है कोई
दिल की धड़कनें
तेज़ हो गईं
चाँदनी रात में
छुपा है कोई
आँखों में सपनों का
बसा है कोई
खिड़की से झाँकता
चाँद भी हैरान
किसने आवाज़ दी
कौन है
किसने आवाज़ दी
कहाँ है कोई
दिल की धड़कनें
तेज़ हो गईं
मैं अमर हूँ
आर जे रमेश, रेडियो मधुबन
मैं अमर हूँ
मुझे पहचान कर
जीवन का परम सुख पाए लोग
मेरे अस्तित्व से
रोशन हो जाएं
हर दिल में
मेरी छवि बस जाए
मैं हूँ वो ज्योति
जो कभी बुझती नहीं
हर अंधेरे में
जो कभी झुकती नहीं
मेरे नाम से
हर राह चमक उठे
मेरी कहानी
हर जुबां पर हो
मैं अमर हूँ
मुझे पहचान कर
जीवन का परम सुख पाए लोग
हर दिल में
मेरी छवि बस जाए
मेरे अस्तित्व से
रोशन हो जाएं
मेरे सपनों की उड़ान
आसमान छू जाएं
मेरे हौसलों की मिसाल
हर कोई दे जाए
मेरे नाम से
हर राह चमक उठे
मेरी कहानी
हर जुबां पर हो
जोश भारी
हर धड़कन में
मैं रहूँगा
हर जीवन में
रोशन हो हर कोना
जगमगाए सारा जहाँ
मैं अमर हूँ
मुझे पहचान कर
जीवन का परम सुख पाए लोग
हर दिल में
मेरी छवि बस जाए
मेरे अस्तित्व से
रोशन हो जाएं
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