भावी पीढ़ी को संस्कारित करने के लिए संस्कृत भाषा का ज्ञान करवाना आवश्यक – विधानसभा अध्यक्ष
कोटद्वार। संस्कृत भाषा संस्कारों की जननी है तथा भावी पीढ़ी को संस्कारित करने के लिए संस्कृत भाषा का ज्ञान करवाना आवश्यक है। यह बात विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने नजीबाबाद रोड स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कॉलेज जानकी नगर में संस्कृत भारती द्वारा आयोजित आवासीय प्रबोधन वर्ग : में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग करते हुए कही।
संस्कृत की उपयोगिता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि, देश की संस्कृति को बचाये रखने में संस्कृत भाषा का बहुत बड़ा योगदान है। संस्कृत हमारे जीवन शैली का हिस्सा है जिसे हमें सीखना चाहिए। आधुनिक युग में अंग्रेजी का प्रचलन जोरों पर है हमें विद्यालयों में अंग्रेजी के साथ-साथ संस्कृत भाषा को भी प्रयोग में लाना होगा । सुबह की प्रार्थना, विद्यालय में संस्कृत में बात करना इत्यादि से हम अपने विद्यालयों में संस्कृत भाषा को बढ़ावा दे सकते हैं। उन्होंने बताया संस्कृत को एक विषय ना लेकर अपितु उसके माध्यम से अपने संस्कार सीखने की जरूरत है। ऋतु खण्डूडी भूषण ने वर्ग में आए सभी बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर क्षेत्र संपर्क प्रमुख प्रेमचंद शास्त्री, जिला संघ चालक विष्णु, वर्ग अधिकारी गब्बर सिंह, प्रांत संगठन मंत्री गौरव शास्त्री , प्रांत मंत्री गिरीश, नगर कार्रवाह प्रशांत, प्रधानाचार्य मनोज कुकरेती, शिक्षक कुलदीप मैन्दोला, पंकज ध्यानी आदि अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।