समर कैम्प में खेल-खेल में बच्चों की प्रतिभा में आ रहा है निखार

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कोटद्वार। एमकेवीएन इंटरनेशनल स्कूल में गर्मी की छुट्टियों में समर कैंप शुरू हो चुका है। जिसमें बच्चों के लिए आर्टस एंव क्राफ्ट, सिंगिंग, डांसिंग, इंडोर गेम्स के अलावा अन्य खेलों का भी बच्चों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस समर कैम्प का मुख्य उददेश्य बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास को विकसित करना है। विद्यालय में आयोजित समर कैंप में कक्षा नर्सरी से कक्षा 8 तक के बच्चे शामिल हैं बच्चे अपने मनपसंद एक्टिविटीज में भाग लेकर शिक्षक-शिक्षिकाआें द्वारा ट्रेनिंग हासिल कर रहे है। इसके साथ ही बच्चों को चित्रकारी, पेंटिंग से परिचय कराया जा रहा है। साथ ही वाद्य यंत्र जैसे गिटार, ड्रम, तबला व ढोलक बजाने का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। समर कैंप के खुले वातावरण से बच्चों में समर कैंप के प्रति काफी उत्साह नजर आ रहा है।
09 दिनों तक चलने वाले इस कैंप के तृतीय दिवस पर गुरू वंदना, गायत्री मंत्रोचारण आदि के उपरांत विद्यालय की शिक्षिकाओं ने बच्चों को विभिन्न योगासन सिखाये साथ ही बच्चों को श्लोकवाचन सिखाया गया। इसी क्रम में बच्चों को क्राफ्ट पेपर के माध्यम से फिश एक्वेरियम बनाना सिखाया गया। वहीं लिटिल शैफ के तहत बिस्कुट को सजाना एवं बिस्कुट से केक बनाना सिखाया। साथ ही बच्चों को विद्यालय के संगीत शिक्षक द्वारा वाद्य यंत्रों के साथ संगीत (इंस्ट्रूमेंटल एवं वोकल) की तालीम दी गई तथा इंडोर गेम्स भी खिलाये गये वहीं बच्चों को डाँस सिखाया गया। स्टोन पेंटिंग के तहत बच्चों ने अपने अंदर के छुपी हुए कलाकारी को सबके सामने लाने का एक प्रयत्न किया। चतुर्थ दिवस पर ओरिगामी पेपर से विभिन्न प्रकार के जानवरों की आकृतियां को बनाना सिखाया एवं पेंटिंग के तहत बच्चों को स्प्रे पेंट के माध्यम से बटरफ्लाई बनाना सिखाया गया। विद्यालय की डाँस टीचर द्वारा बच्चों को जुम्बा के द्वारा मांसपेशियों के निमार्ण एवं संगीत के माध्यम से मनोरजंन करते हुए डाँस करना सिखाया गया। वहीं क्रिकेट में बच्चों ने अपने टैलेंट को दिखाया व तायक्वांडो में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। वहीं मास्टर शैफ के तहत बच्चों ने सैलेड मेकिंग एवं सैलेड डैकोरेटिंग को करना सीखा। पंचम दिवस पर बच्चों ने गुरू वंदना, गायत्री मंत्रोचारण आदि के उपरांत विटि टेल्स के तहत हास्यप्रद कहानियों को सुना। जिसे विद्यालय के सभी शिक्षकगणों ने बड़े आनन्द पूर्वक सुनाया । साथ ही एमेजिंग अर्थ के तहत सोलर सिस्टम व पृथ्वी के 7 अजूबों के बारे में जानकारी दी गई। वहीं सैंड प्ले (वंडर ऑफ द वर्ल्ड), वैजिटेबल म्योनीस सैंडविच, स्कैवेंजर हंट, टाई एंड डाई, थ्रेड पेंटिग आदि एक्टिविटीज सिखाई गई। छठवें दिन बच्चों ने गुरू वंदना, गायत्री मंत्रोचारण के साथ दिन की शुरूआत की तत्पश्चात् जूनियर साइंटिस्ट के तहत साइंस एक्टिविटी बच्चों को करायी गई एवं पपिट शो के माध्यम से भी बच्चों को कठपुतलियां के विषय में समझाया गया। तायक्वांडो में बच्चों को प्रशिक्षित किया गया।
विद्यालय के कार्यकारी निदेशक मयंक प्रकाश कोठारी ‘भारतीय’ ने बताया की समर कैंप के जरिए बच्चे अपने शैक्षिक और बौद्धिक क्षमता में वृद्धि कर पाएंगे साथ ही अपने अंदर छुपी प्रतिभा को निखार पायेंगे। समर कैंप में भाग ले रहे बच्चों ने समर कैंप में भाग लेकर बच्चों ने कहा उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है और इसमें नई-नई चीजें सीखने को मिल रही हैं। विद्यालय की सेंटर हैड वीना बलूनी ने समर कैम्प मे आये हुए बच्चों को नये क्रियाकलापों को सीखने एवं उनसे अपने जीवन मे कुशल बनने के लिए कहा गया।
इस अवसर पर विद्यालय की उपनिदेशिका सोनम पंत कोठारी, आरीफा, ममता, नरेश कुमार, मनमोहन जदली, अनिल सैनी, आरीफा, ज्योति, मीनाक्षी, दीपा, कृतिका, नितिका, विजेता, शोभा आदि शिक्षक-शिक्षिकाएँ उपस्थित रहे।

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