‘एक अकेला कारवाँ’ पुस्तक का हुआ विमोचन
कोटद्वार। आर्य गिरधारी लाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट (पंजीकृत) कोटद्वार के तत्वाधान में सुरेन्द्र लाल आर्य की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कु. शुभ्रा बंसल द्वारा रचित पुस्तक ’एक अकेला कारवाँ’ का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुम्भारम्भ मुख्य अतिथि विश्वेश्वर पुच्चा, महाप्रबंधक, बी ई एल कोटद्वार, अतिविशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. नन्दकिशोर ढौंडियाल “अरुण“,, विशिष्ट अतिथि डॉ. वीना वशिष्ठ, वयोवृद्ध साहित्यकार चक्रधर शर्मा ’कमलेश’ तथा दिनेश कुमार गुप्ता द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
पुस्तक की समीक्षा करते हुए डॉ. बीना वशिष्ठ ने कहा कि यह पुस्तक छात्रों में सकारात्मक सोच विकसित करने में सहायक होगी, लेखिका ने अपने भाई की स्मृतियों को भी पुस्तक के माध्यम से साझा किया है, जिनका गत वर्ष अमेरिका में पढ़ाई के दौरान ही आकस्मिक निधन हो गया था। वरिष्ठ साहित्यकार प्रोफेसर नन्दकिशोर ढौंडियाल ’अरुण’ ने कहा कि यह पुस्तक उच्चकोटि की है जो मुंशी प्रेमचंद की याद दिलाती है, इसको गंगा की निर्मल धारा की तरह आसान भाषा मे लिखा गया है। मुख्य अतिथि विशेश्वर पुच्चा ने कहा कि कु. शुभ्रा बंसल ने यह पुस्तक प्रकाशित कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है।
कार्यक्रम में साहित्यकार डॉ. मनोरमा ढौंडियाल, डॉ. अशोक गिरी, कौशल्या जखमोला, प्रदीप अग्रवाल, विशु प्रभाकर, उत्तम सिंह, निशा,तथा प्रदीप गुप्ता आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन माधुरी रावत ने किया ।