अटल उत्कृष्ट राजकीय इण्टर कॉलेज, कण्वघाटी में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए निजी प्रयासों में जुटे शिक्षक

शिक्षक राकेश मोहन ध्यानी छात्र संख्या वृद्धि के लिए कर रहे हैं निरन्तर प्रयास
कोटद्वार। राज्य के राजकीय विद्यालयों में विगत समय से निरन्तर घटती छात्र संख्या एक संवेदनशील विषय बनता जा रहा है। इसके लिए कुछ शिक्षक विभिन्न स्तरों पर स्वप्रयासों में जुटे हुए हैं कि, किसी प्रकार से स्कूल-कॉलेजों में छात्र संख्या में में बढ़ोत्तरी हो। इसके लिए विद्यालयों में प्रवेशोत्सव मनाया जा रहा है साथ ही कुछ शिक्षक स्थानीय जनों से व्यक्तिगत सम्पर्क कर प्रेरित कर रहे हैं कि, वे अपने पाल्यों को निजी विद्यालयों के बजाय सरकारी विद्यालयों में पढ़ायें। सरकारी विद्यालयों में श्रेष्ठ व सक्षम शिक्षकों के होते हुए भी घटती छात्र संख्या चिंताजनक है।
विगत कई वर्षों से विभिन्न प्राथमिक विद्यालयों और अभिभावकों से निरंतर सम्पर्क कर रहे शिक्षक राकेश मोहन ध्यानी छात्र संख्या वृद्धि के लिए निरंतर प्रयासरत है। ज्ञात हो कि, शिक्षक राकेश मोहन ध्यानी अपने विद्यालय अटल उत्कृष्ट राजकीय इण्टर कॉलेज, कण्वघाटी में राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक भी हैं।
अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज कण्वघाटी के शिक्षक श्री ध्यानी विगत वर्षों से सेवित क्षेत्र में बोक्सा जनजाति, अल्पसंख्यक, आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के साथ ही निजी तथा प्राथमिक विद्यालयों में सम्पर्क कर रहे हैं। शिक्षक ध्यानी ग्रीष्म कालीन अवकाश में भी छात्रों को अतिरिक्त कक्षाओं और अभिप्रेरण कक्षाएं संचालित करते हैं।
सिगड्डी, लोक मणिपुर, मगनपुर ,कण्वघाटी के प्राथमिक विद्यालयों में सम्पर्क के दौरान उनके साथ विद्यालय के अन्य शिक्षक कृष्णकांत शर्मा तथा उमेशचंद्र भी सहयोग कर रहे हैं। प्रतिभाशाली छात्रों को आर्थिक सहायता और समय देकर शैक्षिक परिवेश में सक्रिय रखना आज की अनिवार्यता बनती जा रही है। सरकारी स्कूलों में छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सबसे शानदार अवसर उपलब्ध है। परंतु फिर भी धटती छात्र संख्या आत्म मंथन को प्रेरित करती है। शिक्षक राकेश मोहन ध्यानी का कहना है कि, छात्र-छात्राओं का संस्कारिक शिक्षा तथा सर्वागींण विकास केवल सरकारी विद्यालयों से ही सम्भव है।